चेतावनी भजन लिरिक्स | Chetawani Bhajan Lyrics

चेतावनी भजन सभी मनुष्यो को बताते है की समय रहते भगवान की भक्ति में लीन हो जाओ और अपने मनुष्य होने का कुछ फायदा उठाओ। चेतावनी भजन का वीडियो और लिरिक्स दिया गया है।

Chetawani Bhajan Lyrics

चेतावनी भजन लिरिक्स
Chetawani Bhajan Lyrics


हमें उम्मीद है की चेतावनी भजन के चाहने वालो को यह आर्टिकल “चेतावनी भजन लिरिक्स | Chetawani Bhajan Lyrics” है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये। “Chetawani Bhajan Lyrics” के बारे में आपके क्या विचार है। आप अपनी फरमाइश भी हमे कमेंट करके बता सकते है। हम वो भजन, आरती आदि जल्द से जल्द लाने को कोशिश करेंगे।

सभी प्रकार के भजनो के lyrics + Video + Audio + PDF के लिए AllBhajanLyrics.com पर visit करे।


Thari Moh Maya Ne Chhod Chetawani Bhajan Lyrics

थारी मोह माया ने छोड़,
राम ने भज रे ।
थारी उमर बीती जाय,
क्रोध ने तज रे ।

थारी उगमग चाले नांव,
चोला ने लज रे ।
तेरे सिर पर घूमे काल,
अगाड़ी सज रे ।

थारी मोह माया ने छोड़..

थारे गोड़ा दियो जबाब,
कमर गई लूल रे ।
तेरी आख्यां सूं दिखे नाय,
कान गया रुज रे ।

थारी मोह माया ने छोड़..

थारी परणी छोड़यो प्यार,
कदर नही कर रे ।
तेरा बेटा बोले बोल,
मरेलो कद रे ।

थारी मोह माया ने छोड़..

कह गया दास कबीर,
गुदड़ा लद रे ।
थारो लेखो लेसी राम,
मरेलो जद रे ।

थारी मोह माया ने छोड़,
राम ने भज रे ।
थारी उमर बीती जाय,
क्रोध ने तज रे ।

Chetawani Bhajan Lyrics


Ek Baar Bhajan Karle Chetawani Bhajan Lyrics

एक बार भजन कर ले
मुक्ति का जतन कर ले
कट जायेंगे चौरासी
हरि का सुमिरन कर ले

चोला ये मनुष्य तन का
हर बार नहीं मिलता
जो गिर गया डाली से
वो फूल नहीं खिलता
मुक्ति का जतन कर ले
तन मन को चमन कर ले

एक बार भजन कर ले
मुक्ति का जतन कर ले
एक बार भजन कर ले
मुक्ति का जतन कर ले

ना व्यथा गवा दे तू
ये साँसों की लड़ियाँ
अनमोल रत्न हैं ये
तेरे जीवन की घड़ियाँ

एक बार भजन कर ले
मुक्ति का जतन कर ले
एक बार भजन कर ले
मुक्ति का जतन कर ले


मैं अपने राम को रिझाऊं चेतावनी भजन लिरिक्स

मैं अपने राम को रिझाऊं,
राम को रिझाऊं ।
अपने श्याम को रिझाऊं,
मैं अपने राम को रिझाऊं ।।

डाली छेड़ू न पत्ता छेड़ू,
ना कोई जिव सताऊं ।
पात पात में प्रभु बसत है,
वाही को शीश नवाऊँ ।।

मैं अपने राम को रिझाऊं ।।

गंगा ने जाऊ जमुना ने जाऊ,
ना कोई तीरथ नहाऊं ।
अडसठ तीरथ घट के भीतर,
तिन्ही में मलके नहाऊं ।।

मैं अपने राम को रिझाऊं ।।

ओषधि खाऊं ना बूटी लाऊँ,
ना कोई वैध बुलाऊँ ।
पूर्ण वैध अविनासी,
वाही को नबज दिखाऊं ।।

मैं अपने राम को रिझाऊं ।।

ज्ञान कुठारा कस कर बाँधू,
सूरत कमान चढ़ाऊँ ।
पांच चोर बसे घट भीतर,
तिनको मार गिराऊं ।।

मैं अपने राम को रिझाऊं ।।

योगी होऊं न जटा बढ़ाऊ,
ना अंग विभूत रमाऊँ ।
जेहि का रंग रंगे विधाता,
और क्या रंग चढ़ाऊँ ।।

मैं अपने राम को रिझाऊं ।।

चंद्र सूर्ये दोऊ समकार राख्यो,
निजमन सेज बिछाऊं ।
कहत कबीर सुनो भाई साधो,
आवागमन मिटाऊं ।।

मैं अपने राम को रिझाऊं ।।

मैं अपने राम को रिझाऊं,
राम को रिझाऊं ।
अपने श्याम को रिझाऊं,
मैं अपने राम को रिझाऊं ।।

Chetawani Bhajan Lyrics


दुनिया पैसे की पुजारी चेतावनी भजन लिरिक्स

दुनियाँ पैसों की पुजारी,
पूजा करते नर और नारी ।
जग में पाप कमाते भारी,
माया पैसों की , माया पैसों की ।।

पैसा माँ बाप को प्यारा,
नहीं तो बेटा लगता खारा ।
कहते हैं ये तो आवारा,
माया पैसों की , माया पैसों की ।।

दुनियाँ पैसों की पुजारी ।
पूजा करते नर और नारी ।।

पैसा पास तो पत्नी राजी,
नहीं तो ताना भारी देती ।
मैं तो मायके में खुश रहती,
माया पैसों की , माया पैसों की ।।

दुनियाँ पैसों की पुजारी ।
पूजा करते नर और नारी ।।

पैसा देश विदेश घुमावे,
नहीं तो गळियों में गोता खावे ।
उसको पागल कह बतलावे,
माया पैसों की , माया पैसों की ।।

दुनियाँ पैसों की पुजारी ।
पूजा करते नर और नारी ।।

पैसा बूढ़ों की शादी करावे,
पैसा ही कन्या बिकवावे ।
नहीं तो कंवारा रह जावे,
माया पैसों की , माया पैसों की ।।

दुनियाँ पैसों की पुजारी ।
पूजा करते नर और नारी ।।

पैसा धरम तीरथ करावे,
पैसा पूजा पाठ करावे ।
नहीं तो पापी कह बतलावे,
माया पैसों की , माया पैसों की ।।

दुनियाँ पैसों की पुजारी ।
पूजा करते नर और नारी ।।

Chetawani Bhajan Lyrics

सुनजो रे संसारी भाया चेतावनी भजन लिरिक्स

सुणजो रे संसारी लोगो,
ऐड़ो जमानो आवेला।
राजारामजी कहे मेरे बंदव,
कर्म धर्म मिट जावेला ।।

एक सेर रो धान बिकेला,
पानी टांक तुलेला ।
भूमि बीज उपज तज देसी,
इंद्र नही बरसावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

मनको बढ़ जासी ज्यादा,
धान हाथ नही आवेला ।
एक रोटी रे कारण लड़ कर,
अपनो पराण गवावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

दान पुण्य में धयान न धरसी,
पाप गानों बढ़ जावेला ।
देवा ने पूजे नही पापी,
ईस्वर ने नही धावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

राजा खुद तो राज तजसी,
जागीरी सब जावेला ।
पूंजी पति तो एक पलक में,
निर्धनिया हो जावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

भाई ने भाई नही जाने,
एक नार नही रेवेला ।
थारी मारी करता करता,
यु लड़ता मर जावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

सासरिया रे सिरो लापसी ,
उजली खीर रंदावेला ।
काका बाबा ओर मात पिता ने ,
गाली देन भगावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

बेटो बाप रो कयो नई माने,
अकड़ तनो अकड़ावेला ।
बुढ़िया में अकल नही है,
पागल के बतलावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

नेम धर्म सगळो तज देसी,
सब दिन पैसा कमावेला ।
ईस्वर ने ईस्वर नही जाने,
आप भृमा बन जावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

टाबर ने रोटी नही मिलसी,
सब दिन सोर मचावेला ।
भूका मिरता फिरे भटकता,
धान हाथ नही आवेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

महामारी ओर हैजो पड़सी,
हाहाकार मच जावेला ।
काली माता तो चक्कर सलावे,
भेरू डमरू बजावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

सासुजी तो गठी फेरे,
सुसरो पानी लावेला।
ढोलिये बेठोडी बनड़ी,
आख्या सु डरावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

जात पात री रीत न रेसी,
एक जात बन जावेला ।
राजारामजी कहे मेरे बांधव,
कर्म धर्म हठ जावेला ।।

सुणजो रे संसारी लोगो ।
ऐड़ो जमानो आवेला ।।

Chetawani Bhajan Lyrics


थारी मोह माया ने छोड़ चेतावनी भजन

थारी मोहे माया ने छोड़,
राम ने भज रे ।
थारी उमर बिती जाय,
राम ने भज रे॥

थारी उगमग चाले नांव,
चोला ने लज रे ।
तेरे सिर पर घूमे काल,
अगाड़ी सज रे ॥

थारी मोहे माया ने छोड़ ॥

थारे गोड़ा दियो जबाब,
कमर गई लूल रे ।
तेरी आख्यां सूं दिखे नाय ,
कान गया रुज रे ॥

थारी मोहे माया ने छोड़ ।।

थारी परणी छोड़यो प्यार,
कदर नही कर रे ।
तेरा बेटा बोले बोल,
मरेलो कद रे ।।

थारी मोहे माया ने छोड़ ।।

कह गया दास कबीर,
गुदड़ा लद रे ।
थारो लेखो ले सी राम,
मरेलो जद रे ।।

थारी मोहे माया ने छोड़ ।।

Chetawani Bhajan Lyrics


बस बात जरासी होसी चेतावनी भजन लिरिक्स

बस बात जरासी ।
होसी लिखी तकदीर ।।

लिखी करम की कैयां टलसी,
तेरो जोर कठे ताई चलसी ।
दुरमत करयां रे घणो जी बलसी,
दुरमत छोड़ो मेरा बीर ।।

बस बात जरासी ।।

क्यूँ धन की खातिर भागे,
किस्मत तेरे सागे सागे ।
तूँ सोवे तो भी या जागे,
थ्यावस ले मेरा बीर ।।

बस बात जरासी ।।

तेरो मन चोखी खाने पर,
छाप लगी दाने दाने पर ।
मिल जासी मौको आने पर,
जिस रे दाने मे तेरो सीर ।।

बस बात जरासी ।।

के चावे तू चोखा संगपन,
के चावे तूँ मान बड़प्पन ।
होवे एक विचारे छप्पन,
शंभु भजो रे रघुवीर ।।

बस बात जरासी ।
होसी लिखी तकदीर ।।

Chetawani Bhajan Lyrics

Chetawani Bhajan Lyrics

आरती : जय अम्बे गौरी