Amar Katha Shri Bawa Laal Dayal Ji
आऊंगा मैं सदा द्वार पे तेरे,
चरणो में बैठ के, श्याम सवेरे,
तेरा नाम मैं जपूंगा, तेरा नाम मैं जपूंगा ।
पूजा भी तू, ध्यान भी तू,
तू ही गुरु, ध्यान भी तू,
बावा लाल, हे दयाल अब तो बार बार,
तेरा नाम मैं जपूंगा, तेरा नाम मैं जपूंगा ।
तू विशवास आस भी तू,
जीवन तू, स्वास भी तू,
बावा लाल, हे दयाल अब तो बार बार,
तेरा नाम मैं जपूंगा, तेरा नाम मैं जपूंगा।
देव भी तू, धरम भी तू
सुख देवता, करम भी तू
बावा लाल, हे दयाल अब तो बार बार,
तेरा नाम मैं जपूंगा, तेरा नाम मैं जपूंगा।