नमामि शमीशान | Namami Shamishan Nirvan Roopam Lyrics

आइए खुद को “Namami Shamishan Nirvan Roopam Lyrics” के सांस्कृतिक प्रतीक में डूब दें, जो आत्मिक गहराई और संगीतिक सौंदर्य से भरपूर है। चलिए उस उत्कृष्ट रचना का तार-तार कसे, जिसने विश्व भर में लाखों दिलों को छू लिया है। जिसको Durga Das Ji द्वारा गाया गया है। भजन का लिरिक्स, वीडियो और ऑडियो के साथ दिया गया है।

Namami Shamishan Nirvan Roopam

नमामि शमीशान निर्वाण रूपं Lyrics

नमामीशमीशान निर्वाण रूपं,
विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदः स्वरूपम्‌ ।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं,
चिदाकाश माकाशवासं भजेऽहम्‌ ।।

निराकार मोंकार मूलं तुरीयं,
गिराज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम्‌ ।
करालं महाकाल कालं कृपालुं,
गुणागार संसार पारं नतोऽहम्‌ ।।

तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरं,
मनोभूत कोटि प्रभा श्री शरीरम्‌ ।
स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारू गंगा,
लसद्भाल बालेन्दु कण्ठे भुजंगा ।।

चलत्कुण्डलं शुभ्र नेत्रं विशालं,
प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम्‌ ।
मृगाधीश चर्माम्बरं मुण्डमालं,
प्रिय शंकरं सर्वनाथं भजामि ।।

प्रचण्डं प्रकष्टं प्रगल्भं परेशं,
अखण्डं अजं भानु कोटि प्रकाशम्‌ ।
त्रयशूल निर्मूलनं शूल पाणिं,
भजेऽहं भवानीपतिं भाव गम्यम्‌ ।।

कलातीत कल्याण कल्पान्तकारी,
सदा सच्चिनान्द दाता पुरारी ।
चिदानन्द सन्दोह मोहापहारी,
प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी ।।

न यावद् उमानाथ पादारविन्दं,
भजन्तीह लोके परे वा नराणाम्‌ ।
न तावद् सुखं शांति सन्ताप नाशं,
प्रसीद प्रभो सर्वं भूताधि वासं ।।

न जानामि योगं जपं नैव पूजा,
न तोऽहम्‌ सदा सर्वदा शम्भू तुभ्यम्‌ ।
जरा जन्म दुःखौघ तातप्यमानं,
प्रभोपाहि आपन्नामामीश शम्भो ।।

रूद्राष्टकं इदं प्रोक्तं विप्रेण हर्षोतये
ये पठन्ति नरा भक्तयां तेषां शंभो प्रसीदति ।।

।। इति श्रीगोस्वामितुलसीदासकृतं
श्रीरुद्राष्टकं सम्पूर्णम् ।।

Namami Shamishan Nirvan Roopam Video


Namami Shamishan Nirvan Roopam Lyrics

Namami Shamishan-nirvan Rupam,
Vibhum Vyapakam Brahma-veda-swaroopa ।
Nijam Nirgunam Nirvikalpam Niriham,
Chidaakaasha Maakaasha-vaasam Bhaje Ham ।।

Niraakaara Monkaara-moolam Turiiyam,
Giraa Gyanan Gotiita Miisham Giriisham ।
Karaalam Mahaa-kaala-kaalam Kripaalam,
Gunaagaara Samsara Paaram Nato Ham ।।

Tushaa Raadri-sankaasha-gauram Gabhiram,
Manobhuta-koti Prabha Sri Sariram ।
Sphuran Mauli-kallolini-charu-ganga,
Lasad-bhaala-balendu Kanthe Bhujangaa ।।

Chalatkundalam Bhru Sunetram Visalam,
Prasannaa-nanam Nila-kantham Dayaalam ।
Mrgadhisa Charmaambaram Mundamaalam,
Priyam Sankaram Sarvanaatham Bhajaami ।।

Pracandam Prakrstam Pragalbham Paresham,
Akhandam Ajam Bhaanukoti-prakaasam ।
Trayah-shula-nirmulanam Shula-paanim,
Bhaje Ham Bhavaani-patim Bhaava-gamyam ।।

Kalaatitata-kalyaana-kalpanta-kaari,
Sadaa Sajjanaa-nanda-daataa Purarih ।
Chidaananda-sandoha-mohaapahaari,
Prasida Praslda Prabho Manmathaarih ।।

Na Yaavad Umaanaatha-paadaaravindam,
Bhajantiha Loke Parevaa Naraanam ।
Na Taavat-sukham Shaanti-santaapa-naasham,
Praslda Prabho Sarva Bhutaa-dhivaasam ।।

Na Janaami Yogam Japam Naiva Pujam,
Nato Ham Sadaa Sarvadaa Sambhu Tubhyam ।
Jaraa Janma-duhkhaugha Taatapya Maanam,
Prabho Paahi Apan-namaamisha Shambho ।।

Rudrastakam Idam Proktam Viprena Haratosaye ।
Ye Pathanti Nara Bhaktya Tesam Sambhuh Prasidati ।।

।। Iti Sawamitulsidaskritam
Shri Rudra Ashtakam Sampurnam ।।

Namami Shamishan Nirvan Roopam Lyrics

Namami Shamishan Nirvan Roopam PDF


यह एक साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर है, जिसकी उत्पत्ति आत्मियता, अवधारणाओं, और मान्यताओं की गहरी परम्परा में है। “नमामी शमीशान निर्वाण रूपम्” के बोल शिव के अनंत स्वरूपों और उनकी सामर्थ्यों का वर्णन करते हैं, जो उन्हें समस्त ब्रह्मांड के विनाशक और पुनर्निर्माता के रूप में दर्शाते हैं।

यह गीत एक शिव स्तोत्र है, जिसके बोल शिव की विभिन्न पहलुओं को व्याख्या करते हैं। इन बोलों में शिव के विनाशक और निर्वाण स्वरूप का वर्णन किया गया है, जो हमें जीवन की अनिवार्यता और पुनर्जन्म की अवधारणा की ओर मार्गदर्शन करता है।

नमामी शमीशान निर्वाण रूपम् के संगीतिक तत्व उसके गहराई और प्रभाव को और भी अधिक बढ़ाते हैं। यहां सुर, ताल और ध्वनि का समन्वय एक अद्वितीय सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करता है।

नमामी शमीशान निर्वाण रूपम् के प्रदर्शन में उसके गीत और संगीत की समझ के साथ-साथ सही भावनात्मक अभिव्यक्ति की आवश्यकता होती है। इसे गाने वाले कलाकार को शिव की आध्यात्मिकता, शक्ति, और करुणा को अभिव्यक्त करने की क्षमता होनी चाहिए।

नमामी शमीशान निर्वाण रूपम् ने समाज में गहरा सांस्कृतिक प्रभाव डाला है। इसके बोल और संगीत ने लोगों को आत्मीयता, धर्म, और सांस्कृतिक मूल्यों की ओर आकर्षित किया है।

Namami Shamishan Nirvan Roopam Kya hai ?

यह एक हिंदू स्तोत्र है, जिसमें भगवान शिव की विभिन्न पहलुओं और उनके अनंत स्वरूपों का वर्णन किया गया है।

Namami Shamishan Nirvan Roopam की उत्पत्ति कहां हुई थी?

इसकी वास्तविक उत्पत्ति के बारे में कम ही जानकारी है, लेकिन इसे साधारणतः हिंदू धर्म की दीर्घ काव्यिक परंपरा से जोड़ा जाता है।

Namami Shamishan Nirvan Roopam का क्या अर्थ है?

यह गीत भगवान शिव के अनंत गुणों, शक्तियों, और उनके जीवन और मृत्यु, सृजन और विनाश के संयोगी रूप की प्रशंसा करता है।

Namami Shamishan Nirvan Roopam का सांस्कृतिक प्रभाव क्या है?

यह स्तोत्र लोगों के धार्मिक और सांस्कृतिक ज्ञान को बढ़ाता है, और उन्हें धर्म, आत्मीयता, और सांस्कृतिक मूल्यों की ओर मार्गदर्शन करता है।

Namami Shamishan Nirvan Roopam को कैसे प्रदर्शित किया जा सकता है?

इसे उचित भावनात्मक अभिव्यक्ति, सही सुर और ताल के साथ, और उसके गहरे अर्थों की समझ के साथ प्रदर्शित किया जा सकता है।

हमें उम्मीद है की भगवान शिव के भक्तो को यह आर्टिकल “शिव रूद्राष्टकम : नमामीशमीशान निर्वाण रूपं लिरिक्स | Namami Shamishan Nirvan Roopam Lyrics” + Video +Audio बहुत पसंद आया होगा। “नमामि शमीशान निर्वाण रूपं lyrics | namami shamishan lyrics in hindi | नमामि शमीशान निर्वाण रूपं लिरिक्स इन हिंदी” आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये।Video di bodybuilding grasso comprare viagra 25mg fisicoculturismo-net: video bodybuilding: dorian yates e branch Warren training.

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