Tu Ram Bhajan Kar Prani Lyrics
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी।।
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी।।
कायामाया बादल छाया,
मूरख मन काहे भरमाया ।।
उड़ जायेगा साँसका पंछी,
फिर क्या है आनीजानी।।
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी।।
जिसने रामनाम गुन गाया,
उसको लगे ना दुखकी छाया ।।
निर्धनका धन रामनाम है,
मैं हूँ राम दिवानी।।
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी।।
जिनके घरमें माँ नहीं है,
बाबा करे ना प्यार,
ऐसे दीन अनथोंका है,
रामनाम आधार ।।
मुखसे बोलो रामकी बानी,
मनसे बोलो रामकी बानी।।
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी।।
सजन सनेही सुखके संगी,
दुनियाकी है चाल दुरंगी ।।
नाच रहा है काल शीश पे,
चेतचेत अभिमानी।।
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी।।
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी।।
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी।।