श्याम बाबा का एक अद्बुध भजन “भाव के भूखे हैं भगवान | Bhav Ke Bhukhe Hai Bhagwan Lyrics” पंकज कुमार वैद जी के द्वारा गाया हुआ है। इनकी भक्ति से श्याम जी की कृपा बनी रहती है। बाबा श्याम अपने भक्तो पर अपना आशीर्वाद बनाये रखते है।
Bhav Ke Bhukhe Hai Bhagwan Lyrics
श्री श्याम नाम की ज्योत जगा
जो श्याम से लौ लगाते हैं
खाटू से चलकर बाबा
उन भक्तों के घर आते हैं
श्री श्याम… श्री श्याम… श्री श्याम
भावों के भूखे हैं भगवन
बस भाव से ही आते हैं
त्याग के मेवा दुर्योधन का
साग विदुर घर खाते हैं
ध्रुव प्रह्लाद या जामिल को
ये पल में पार लगाते हैं
खाटू से चलकर बाबा
उन भक्तों के घर आते हैं
श्री श्याम नाम की ज्योत जगा
जो श्याम से लौ लगाते हैं
विश्वास नहीं है गर तुझको
एक बार बुला कर देख ज़रा
कर्मा मीरा और द्रोपदी
नरसी ने बुलाया जिस तरह
अपने भक्तों की आँखों में
ये आंसू देख ना पाते हैं
खाटू से चलकर बाबा
उन भक्तों के घर आते हैं
श्री श्याम नाम की ज्योत जगा
जो श्याम से लौ लगाते हैं
होगी नहीं कभी हार तेरी
ये हारे का सहारा है
छोड़ सिंहासन दौड़ पड़ा
जब सुदामा ने पुकारा है
दिलबर पंकज और पार्थ कहे
जो हर पल कृपा बरसाते हैं
खाटू से चलकर बाबा
उन भक्तों के घर आते हैं
श्री श्याम नाम की ज्योत जगा
जो श्याम से लौ लगाते हैं
Bhav Ke Bhukhe Hai Bhagwan Lyrics PDF
हमें उम्मीद है की श्याम जी के भक्तो को यह आर्टिकल “भाव के भूखे हैं भगवान | Bhav Ke Bhukhe Hai Bhagwan Lyrics” + Video +Audio बहुत पसंद आया होगा। “Bhav Ke Bhukhe Hai Bhagwan Lyrics” भजन के बारे में आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये। आप अपनी फरमाइश भी हमे कमेंट करके बता सकते है। हम वो भजन, आरती आदि जल्द से जल्द लाने को कोशिश करेंगे।
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