श्री रामायण प्रारम्भ स्तुति लिरिक्स | Shri Ramayan Prarambh Stuti Lyrics

मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम का अति पावन भजन “श्री रामायण प्रारम्भ स्तुति वासियों सिया के राम लिरिक्स | Shri Ramayan Prarambh Stuti Lyrics” – प्रेम शंकर पाण्डेय जी के द्वारा गाया गया है। इस भजन में राम भक्ति की महिमा का बखान किया गया है।


Shri Ramayan Prarambh Stuti Lyrics

जो सुमिरत सिधि होइ गन नायक करिबर बदन ।
करउ अनुग्रह सोइ बुद्धि रासि सुभ गुन सदन ।।

मूक होइ बाचाल पंगु चढइ गिरिबर गहन ।
जासु कृपाँ सो दयाल द्रवउ सकल कलि मल दहन ।।

नील सरोरुह स्याम तरुन अरुन बारिज नयन ।
करउ सो मम उर धाम सदा छीरसागर सयन ।।

कुंद इंदु सम देह उमा रमन करुना अयन ।
जाहि दीन पर नेह करउ कृपा मर्दन मयन ।।

बंदउ गुरु पद कंज कृपा सिंधु नररूप हरि ।
महामोह तम पुंज जासु बचन रबि कर निकर ।।


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