शोधिसी मानवा राऊळी मंदिरी लिरिक्स | Shodhisi Manava Rauli Mandiri Lyrics

मराठी भजन “शोधिसी मानवा राऊळी मंदिरी लिरिक्स | Shodhisi Manava Rauli Mandiri Lyrics” – मोहम्मद रफ़ी जी के द्वारा गाया गया है। इस भजन के लिरिक्स, वीडियो के साथ निचे दिए गए है।


Shodhisi Manava Rauli Mandiri Lyrics

शोधिसी मानवा, राऊळी मंदिरी ।
नांदतो देव हा, आपुल्या अंतरी ।।

मेघ हे दाटती, कोठुनी अंबरी ,
सूर येती कसे, वाजते बासरी ।
रोमरोमी फुले, तीर्थ हे भूवरी,
दूर इंद्रायणी, दूर ती पंढरी ।।

गंध का हासतो, पाकळी सारुनी ,
वाहते निर्झरी, प्रेमसंजीवनी ।
भोवताली तुला, साद घाली कुणी,
खूण घे जाणुनी, रूप हे ईश्वरी ।।

भेटतो देव का, पूजनी अर्चनी ,
पुण्य का लाभते, दानधर्मातुनी ।
शोध रे दिव्यता, आपुल्या जीवनी,
आंधळा खेळ हा खेळशी कुठवरी ।।

Shodhisi Manava Rauli Mandiri Lyrics

Shodhisi Manava Rauli Mandiri PDF


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