गणगौर | Gangaur

गणगौर  Gangaur

Gangaur Festival

गनगौर का त्यौहार चैत्रमास में शुक्लपक्ष की तृतीया को मनाते है। इस दिन गौर की पूजा होती है। इस दिन मीठे और नमकीन गुना बनाये जाते है।

एक सुहागिन के लिए 48 गुना बनाते है| 16 गोद के 16 गौर के और 16 मंसने के लिए रखते हैं। गोद वाले खुद खाते है, गौर वाले गौर पर चढ़ाते है और मंसने वाले पर रूपये रख कर अपने से बड़ो को देते है जैसे सास-ननद जेठानी को । फिर उनका आशीर्वाद लेते है |

एक पट्टे पर कपड़ा बिछा कर मिट्टी की गौर बना कर उनको कपडे पहना कर काजल बिंदी, महावर और मेहेंदी लगा कर उनकी पूजा करते है।

16 बिंदी रोली की और 16 बिंदी मेहँदी की दीवार पर लगाते है। कुवारी कन्या 8 बिंदी रोली की, 8 बिंदी मेहँदी की लगाती है तथा इतने ही गुना रखती है।

इसके गुना, पैसे माली को दिये जाते है |

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