जगत तो है परदेस पंछी रे लिरिक्स | Jagat To Hai Pardes Panchi Re Lyrics

श्याम बाबा का एक अद्बुध भजन “जगत तो है परदेस पंछी रे लिरिक्स | Jagat To Hai Pardes Panchi Re Lyrics” नीरज अवस्थी जी के द्वारा गाया हुआ है। इनकी भक्ति से श्याम जी की कृपा बनी रहती है। बाबा श्याम अपने भक्तो पर अपना आशीर्वाद बनाये रखते है।


Jagat To Hai Pardes Panchi Re Lyrics

पंछी रे पंछी रे उड़ चल अपने देश ओ रे पंछी रे,
जगत तो है प्रदेश पंछी रे उड़ चल अपने देश,

जग प्रदेश से उड़ना है तुझको.
प्रभु चरणों में जुड़ना है तुझको,.
आया तेरा सन्देश पंछी रे,
ऐ पंछी तेरा देश पराया,
आया वाहसे वही पे ऊजाया,
हे पंछी तेरा देश पराया,
जाए वही यहाँ से तू आया,
आया तेरा आदेश पंछी रे,
उड़ चल अपने देश…..

ऐ पंछी तेरी दर्द कहानी प्रदेश ने तेरी कदर न जानी
बन गया निठुर विदेश पंछी रे.
उड़ चल अपने देश…..

तेरे बिन लागे न मन तेरे बिन जीना भी क्या,
तेरे बिन जीना भी क्या क्या क्या .

Jagat To Hai Pardes Panchi Re Lyrics

हमें उम्मीद है की श्याम जी के भक्तो को यह आर्टिकल “जगत तो है परदेस पंछी रे लिरिक्स | Jagat To Hai Pardes Panchi Re Lyrics” + Video +Audio बहुत पसंद आया होगा। “Jagat To Hai Pardes Panchi Re Lyrics” भजन के बारे में आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये। आप अपनी फरमाइश भी हमे कमेंट करके बता सकते है। हम वो भजन, आरती आदि जल्द से जल्द लाने को कोशिश करेंगे।

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