गुरुनानक जी की आरती “गुरुनानक जी की आरती लिरिक्स | Guru Nanak ji ki Aarti Lyrics” – Jai शिवप्रीत सिंह जी के द्वारा गाया गया है। आरती के लिरिक्स और वीडियो इस आर्टिकल में दिए है।
गुरुनानक जी की आरती लिरिक्स
गगन में थालु रवि चंदु दीपक।
बने तारिका मण्डल जनक मोती।।
धूपमल आनलो पवणु चवरो करे।
सगल बनराई फूलंत जोति ।।
कैसी आरती होई भवखंडना तेरी आरती।
अनहता सबद बाजंत भेरी रहाउ।।
सहस तव नैन नन नैन है तोहि कउ।
सहस मूरती मना एक तोही।।
सहस पद विमल रंग एक पद गंध बिनु।
सहस तव गंध इव चलत मोहि ।।
सभमहि जोति-जोति है सोई,
तिसकै चानणि सभ महि चानणु होई।
गुरसाखी जोति परगुट होई।
जो तिसु भावै सु आरती होई ।।
हरि चरण कमल मकरंद लोभित मनो,
अनदिनी मोहि आहि पिआसा।
कृपा जलु देहि नानक सारिंग,
कउ होई जाते तेरे नामि वासा।।
- गुरुनानक जी की आरती
- सतगुरु नानक आये ने
- कोई बोले राम राम कोई खुदाए
- नानक आज जुगाड़ जियो
- सतगुरु नानक प्रगटेया
- गुरु मेरी पूजा
- आरती गुरबाणी लिरिक्स
Guru Nanak ji ki Aarti Lyrics
Gagan Mae Thal Ravachanda Deepak Banay
Tarka Mandala Janak Moti
Dhoop Mal Analo Pavan Chavro Karey
Sagal Banray Phulant Jyoti
Kaisi Aarti Hoi Bhavkhanda Teri Aarti
Anhata Shabad Vajant Pheri
Sahas Tav Nain Na Na Nain Hai Tohi Kau
Sahas Moorat Na Na Ika Tohi
Sahas Pad Bimal Na Na Ik Pad
Gandh Bin Sahas Tav Gandha Iv Chalat Mohi
Sabh Mae Jot Jot Hai Soi
Tis De Chanan Sab Mein Chanan Hoi
Gur Sakhi Jyot Praghat Hoi
Jo Tis Bhave So Aarti Hoi
Har Charan Kamal Mukrand Lobita Man
Ananda Na Mohey Ai Pyaasa
Kirpa Jal Deh Nanak Sarang Kau
Hoi Jaat Tere Nae Vasa
- गुरुनानक जी की आरती
- सतगुरु नानक आये ने
- कोई बोले राम राम कोई खुदाए
- नानक आज जुगाड़ जियो
- सतगुरु नानक प्रगटेया
- गुरु मेरी पूजा
- आरती गुरबाणी लिरिक्स

Punjabi Lyrics : Guru Nanak ji ki Aarti
ਗਗਨ ਵਿਚ ਥਲੁ ਰਵੀ ਚੰਦੂ ਦੀਪਕ।
ਤ੍ਰਿਕਾ ਮੰਡਲਾ ਜਨਕ ਮੋਤੀ ਬਣਾਇਆ।
ਸੂਰਜਮੁਖੀ ਦੇ ਫੁੱਲ ਬਣਾਓ.
ਸਗਲ ਬਨਾਰੈ ਫੁਲੰਤ ਜੋਤਿ।
ਕਿਵੇਂ ਆਰਤੀ ਹੋਇ ਭਵਖੰਡਾਨਾ ਤੇਰੀ ਆਰਤੀ।
ਅਨੰਤ ਸਬਦ ਬਜੰਤ ਭੇਰੀ ਰਹੁ॥
ਮਿਲੇਨੀਅਮ ਨਾਨ ਨਾਨ ਨਾਨ ਨੈਨ ਬਹੁਤ ਮਸ਼ਹੂਰ ਹੈ.
ਸਹਸ ਮੂਰਤੀ ਨੇ ਇਕ ਜਾਪ ਕਰਨ ਤੋਂ ਵਰਜਿਆ।
ਸਹਸ ਪਦ ਵਿਮਲ ਰੰਗ ਏ ਪਦ ਸੁਗੰਧ ਬਿਨੁ॥
ਸਹਸ ਤਵ ਗੰਧਾ iv ਚਲਤ ਮੋਹਿ॥
ਸਾਰੇ ਹਲ ਵਾਹ ਰਹੇ ਹਨ, ਸੌ ਰਹੇ ਹਨ,
ਇਹ ਸਭ ਚੰਨੀ ਹੈ.
ਗੁਰਸਾਖੀ ਜੋਤਿ ਪਰਗਟ ਹੋਇ॥
ਜੋ ਤਿਸੁ ਭਾਵੈ ਸੁ ਆਰਤੀ ਹੋਇ॥
ਹਰਿ ਚਰਨ ਕਮਲ ਮਕਰੰਦ ਲਾਲਚ ਮਨੋ,
ਅਨਦਿਨਿ ਮੋਹਿ ਅਹਿ ਪਾਇਸਾ॥
ਕ੍ਰਿਪਾ ਜਲੁ ਦੇਹੀ ਨਾਨਕ ਸਰਿੰਗ,
ਤੁਸੀਂ ਕਿਵੇਂ ਜੀਅ ਰਹੇ ਹੋ
हमें उम्मीद है की गुरुनानक जी के भक्त हनुमान जी ये भजन का यह आर्टिकल “गुरुनानक जी की आरती लिरिक्स | Guru Nanak ji ki Aarti Lyrics” + Video + Audio बहुत पसंद आया होगा। आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये।
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