किवाड़ी खुलवाने का Gangaur Geet
गौर ए गणगौर माता
खोल ए किवाड़ी
बाहर ऊबी थारी
पूजण वाली।
पूजो ए पूजो बाईयां ,
काई काई मांगों
म्हे मांगा अन्न धन ,
लाछर लक्ष्मी।
जलहर जामी बाबुल मांगा,
राता देई मायड़
कान कंवर सो बीरो मांगा ,
राई सी भौजाई।
ऊँट चढयो बहनोई मांगा ,
चूंदड़ वाली बहना
पूस उड़ावन फूफो मांगा ,
चूड़ला वाली भुवा।
काले घोड़े काको मांगा ,
बिणजारी सी काकी
कजल्यो सो बहनोई मांगा ,
गौरा बाई बहना।
भल मांगू पीहर सासरो ये,
भल मांगू सौ परिवार ये
गौर ए गणगौर माता,
खोल ए किवाड़ी।
पूजा करने वाला Gangaur Geet Lyrics
गौर गौर गोमती
ईसर पूजे पार्वती
पार्वती का आला-गीला
गौर का सोना का टीका
टीका दे , टमका दे
बाला रानी बरत करयो
करता करता आस
आयो वास आयो
खेरे खांडे लाडू आयो
लाडू ले बीरा ने दियो
बीरो ले मने पाल दी
पाल को मै बरत करयो
सन मन सोला , सात कचौला
ईशर गौरा दोन्यू जोड़ा
जोड़ ज्वारा , गेंहू ग्यारा
राण्या पूजे राज ने
म्हे पूजा सुहाग ने
राण्या को राज बढ़तो जाए
म्हाको सुहाग बढ़तो जाय
कीड़ी- कीड़ी , कीड़ी ले
कीड़ी थारी जात है
जात है गुजरात है
गुजरात्यां को पाणी
दे दे थाम्बा ताणी
ताणी में सिंघोड़ा
बाड़ी में भिजोड़ा
म्हारो भाई एम्ल्यो खेमल्यो
सेमल्यो सिंघाड़ा ल्यो
लाडू ल्यो , पेड़ा ल्यो
सेव ल्यो सिघाड़ा ल्यो
झर झरती जलेबी ल्यो
हरी -हरी दूब ल्यो
गणगौर पूज ल्यो
इस तरह सोलह बार बोल कर आखिरी में
बोले एक-लो , दो-लो , तीन लो … सोलह-लो ।
Isar Puje Parwati
Parwati Ka Aala Gela
Gor Ka Sona Ka Tika
Tika De Tamka De Rani
Barat Kare Gora De Raani
Karta Karta Aas Aayo Maas Aayo
Kher Khand Ladu Layo
Ladu Le Bira Ne Diyo
Biro Le Gatkaye Gayo
Biro Chundri Odhay Gayo
San Man Solah, Saat Kachola
Ranya Puje Raaj Ne
Mhe Mhaaka Sawaag Ne
Ranya Ko Raaj Badhto Jaaye
Mhako Suhaag Badhto Jaaye
Sawaag Bhaag Keedi Yae
Kidi Thaari Jaat Hai
Jaat Hai Gujarat Hai
Gujaratiya Ro Pani
De De Thamba Tani
Tani Mein Singhada
Badi Mein Bijoda
Maharo Bhai Emlyo Ghemlyo
Ladu Leyo, Peda Leyo
Jhar Jharti Jalebi Leyo
Hari Hari Dob Leyo
Gangaur Pooj Leyo
Ek Do Teen Char
Paach Che Saat Aath
Nau Das Gyarah Baarah Tera
Chodah Pandrah Solahisar
Parwati Dono Bhola !!
पूजा करने वाला गणगौर गीत (दूसरा)
ऊँचो , चवरो , चोकुंटो ,
जल जमना रो नीर मंगाय ।
जठ ईशर जी सांपज ,
बाई गवरा गवर पूजाय ।
गवर पूजावंता यूं केब ,
सायब आ जोड़ी अबछाल राख ।
अबछल पीवर सासरो ,
ए बाई ,अब छल सो परिवार ।
ऊँचो चवरो चोकुंटो,
जल जमना रो नीर मंगाय ।
( अपने घर वालो के नाम लेते जाएँ )
Hinda ke Gangaur Geet
चम्पा री डाली ,
हिन्डो माण्डयो ,
रेशम री गज डोर।
जी ओ म्हे हिन्डो माण्डयो।
म्हारे हिंडोल इशर दास जी पधारया ,
ले बाई गवरा ने साथ।
जी ओ म्हे हिन्डो माण्डयो।
होले से झोटो दिया ओ
पातलीया डरप लो नाजूक जीव।
जी ओ म्हे हिंडो मण्डियों।
चम्पल री डाली हिंडो मांडियो ,
रेशम री गज डोर।
जी ओ म्हे हिंडो मंड्यो।
( बेटी जवाई के नाम लेते जाएँ )
Tiki ka Gangaur ka Geet Lyrics
अम्बो तो जाम्बा टीकी ,
पाना तो पल्ला टीकी
हरो नगीनों टीकी सोना की
या टीकी गौरा बाई ने सोवे
ईशरदास जी बैठ घडावे टीकी
अम्बो तो जाम्बा
( इसी प्रकार सबके नाम लेने हैं )
Chopada ka Gangaur Geet Lyrics
गौर थारो चोपडो
माणक मोती छायो ऐ
माणक मोती छायो ऐ
यो तो सच्चा मोती धायो ऐ
ब्रह्मदास जी रा ईसरदास जी
रोली रंग लाया ऐ
ईसरदास जी रा कानीराम जी
परण पधराया ऐ
परण पधारया वाकी
माया टीका काड़या ऐ
रोली का वे टीका काड़या
ऊपर चावल चेपया ऐ
गौर थारो चोपडो माणक
मोतिया छायो ऐ
माणक मोतिया छायो ऐ
वो तो सच्चा मोती छायो ऐ।
(ब्रह्मदास जी की जगह दादा ससुर जी का ,
ईसरदास की जगह पति का और
कानीराम जी की जगह पुत्र का नाम लेना चाहिए )
दुबल्या न का गीत
बड़ी वाला बाड़ी खोल,
बाड़ी की किवाड़ी खोल,
छोरियां आई दूब न I
थे कुण्या जीरी बेटी हो,
कुण्या जीरी भैण हो,
के तुम्हारो नाम है I
म्हे ब्रह्मादास जीरो बेटी हो,
ईसरदास जीरो भैण हो,
रोवां म्हारा नाम है I
बाड़ी वाला बाड़ी खोल,
बाड़ी की किवाड़ी खोल I
सबेर का गीत
हरिये गोबर गीली दाबो,
मोत्यां चोक पुरावो ।
मोत्यां का दोय आखा ल्यावो
निरणी गोर पुजावो ।।
गोर ए गनगोर माता,
खोल किवाड़ी ।
बाहेर ऊठी रोवां,
पूजण वाली ।।
पूजो एक पुजावो सइयां,
क्या फल माँगा ।
माँगा ए म्हे अन्न धन,
लाछर लक्ष्मी ।।
जलहर जामी बाबुल माँगा,
राता देई मायण ।
कान कंवर सो बीरो माँगा,
राई सी भोजाई ।।
ऊँट चडयो बहनोई माँगा,
चूड़ल वाली भैनड़ ।
पूत पिछोकड़ फुफो माँगा,
मांडा पोवण भुवा ।।
लाल दुशाला चाचा माँगा,
बिणजारी सी चाची ।
गोर ए गनगोर माता,
खोल किवाड़ी ।।
माटी ल्यान का गीत
ईसरदास बीरा लीलड़ी पलाण क
टिक्की ल्यादो जड़ाव की जी ।
कानीराम बीरा लीलड़ी पलाण क
टिक्की ल्यादो जड़ाव की जी ।
टिक्की चेप हेमाजलजी की धीय क
ब्रह्मादासजी की कुल बहू जी ।
टिक्की चेप साजनियारी धीय क
ब्रह्मादासजी की कुल बहू जी ।
पानी प्यान का Gangaur Geet
म्हारी गोर ती साईं ओ राज
घाट्यांरी मुकुट करो ।
ब्रह्मादास बीरा ईसरदास राज
घाट्यांरी मुकुट करो ।
ब्रह्मादासजी रा कानीराम राज
घाट्यांरी मुकुट करो ।
म्हारी गोरां न पाणीड़ा प्याई ओ राज
घाट्यांरी मुकुट करो ।
रात का Gangaur Geet Lyrics
म्हार माथा न मैंमद ल्याओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
म्हारी रखड़ी रतन जड़ाओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
गैरो गैरोजी सासुजी थारो जायो रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
म्हारी हथेली फरुक रुपिया ल्याओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
म्हारा काना म कुंडल ल्याओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
म्हारा चुड़ला म टीप लगाओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
गैरो गैरोजी बाईजी थारो बीरो रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
म्हारी जीभड़ली फरूक बरफी ल्याओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
म्हारी आंगालियाँ न बीटी ल्याओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
म्हारी बेसर बैठ जड़ाओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
गैरो गैरोजी सासुजी थारो जायो रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
म्हारी हथेली फरूकमोहर ल्याओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
म्हारी कड़ियाँ न दावण ल्याओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
गैरो गैरोजी बाईजी थारो बीरो रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।
म्हारी आँखड़ली फरूक घर आओ रंगरसिया,
गैरोजी फूल गुलाब को ।