कभी धूप तो कभी छाव भजन लिरिक्स | Kabhi Dhoop Kabhi Chaon Bhajan Lyrics

भजन “कभी धूप तो कभी छाव भजन लिरिक्स | Kabhi Dhoop Kabhi Chaon Bhajan Lyrics” प्रदीप जी का गाया हुआ भजन है। भजन के लिरिक्स हिंदी और इंग्लिश में वीडियो के साथ दिए हुए है।


Kabhi Dhoop Kabhi Chaon Bhajan Lyrics

सुख दुख दोनो रहते जिसमे,
जीवन है वो गाँव,
कभी धूप कभी छाव,
कभी धूप तो कभी छाव,
उपर वाला पासा फेंके,
नीचे चलते दाँव,
कभी धुप कभी छाव,
कभी धूप तो कभी छाव।।

भले भी दिन आते जगत में,
बुरे भी दिन आते,
भले भी दिन आते जगत में,
बुरे भी दिन आते,
कड़वे मीठे फल करम के,
यहाँ सभी पाते,
कभी सीधे कभी उलटे पड़ते,
अजब समय के पाँव,
कभी धुप कभी छाव,
कभी धूप तो कभी छाव।।

क्या खुशियाँ क्या गम,
ये सब मिलते बारी बारी,
क्या खुशियाँ क्या गम,
ये सब मिलते बारी बारी,
मलिक की मर्ज़ी पे चलती,
ये दुनिया सारी,
ध्यान से खेना जग नदिया में बंदे,
अपनी नाव,
कभी धुप कभी छाव,
कभी धूप तो कभी छाव।।

सुख दुख दोनो रहते जिसमे,
जीवन है वो गाँव,
कभी धूप कभी छाव,
कभी धुप तो कभी छाव,
उपर वाला पासा फेंके,
नीचे चलते दाँव,
कभी धूप तो कभी छाव,
कभी धूप तो कभी छाव।।

Kabhi Dhoop Kabhi Chaon Bhajan Lyrics

हमें उम्मीद है की भक्तो को यह आर्टिकल “कभी धूप तो कभी छाव भजन लिरिक्स | Kabhi Dhoop Kabhi Chaon Bhajan Lyrics” + Video +Audio बहुत पसंद आया होगा। “ Kabhi Dhoop Kabhi Chaon Bhajan Lyrics ” भजन के आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये।

सभी प्रकार के भजनो के lyrics + Video + Audio + PDF के लिए AllBhajanLyrics.com पर visit करे।

Leave a Comment

आरती : जय अम्बे गौरी