Sharan Mein Aaye Hain Hum Tumhari Lyrics : एक अतुल्य भजन का विस्तार

आध्यात्म का असली स्वाद भजनों के माध्यम से ही आता है। आज हम एक ऐसे ही अदभुत भजन, “Sharan Mein Aaye Hain Hum Tumhari Lyrics” के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।

भजन की रचना और गायक

“शरण में आये हैं हम तुम्हारी lyrics” भजन की रचना स्वामी जी महाराज द्वारा की गई थी। इस भजन को अनुप जलोटा ने स्वरों की मिठास से सजाया है।

शरण में आये हैं हम तुम्हारी lyrics

शरण में आये हैं हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।
सम्हालो बिगड़ी दशा हमारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।
न हम में बल है,
न हम में शक्ति ।
न हम में साधन,
न हम में भक्ति ।
तुम्हारे दर के हैं हम भिखारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।
शरण में आये हैं हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।

प्रदान कर दो महान शक्ति,
भरो हमारे में ज्ञान भक्ति ।
तभी कहाओगे ताप हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।
शरण में आये हैं हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।

जो तुम पिता हो, तो हम हैं बालक ।
जो तुम हो स्वामी, तो हम हैं सेवक ।
जो तुम हो ठाकुर, तो हम पुजारी ।
दया करो हे दयालु भगवन ।
शरण में आये हैं हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।

भले जो हैं हम, तो हैं तुम्हारे ।
बुरे जो हैं हम, तो हैं तुम्हारे ।
तुम्हारे हो कर भी हम दुखारी ।
दया करो हे दयालु भगवन ।
शरण में आये हैं हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।

शरण में आये हैं हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।
सम्हालो बिगड़ी दशा हमारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।

Sharan Mein Aaye Hain Hum Tumhari Lyrics

Sharan Mein Aye Hain Ham Tumhari,
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।
Samhalo Bigadi Dasha Hamari,
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।

Na Ham Mein Bal Hai,
Na Ham Mein Shakti।
Na Ham Mein Sadhan,
Na Ham Mein Bhakti।

Tumhare Dar Ke Hain Ham Bhikhari,
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।
Sharan Mein Aye Hain Ham Tumhari,
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।

Pradan Kar Do Mahan Shakti,
Bharo Hamare Mein Gyaan Bhakti।
Tabhi Kahaoge Taap Haari,
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।
Sharan Mein Aye Hain Ham Tumhari,
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।

Jo Tum Pita Ho, To Ham Hain Balak।
Jo Tum Ho Swami, To Ham Hain Sewak।
Jo Tum Ho Thakur, To Ham Pujari।
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।
Sharan Mein Aye Hain Ham Tumhari,
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।

Bhale Jo Hain Ham, To Hain Tumhare।
Bure Jo Hain Ham, To Hain Tumhare।
Tumhare Ho Kar Bhi Ham Dukhari।
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।
Sharan Mein Aye Hain Ham Tumhari,
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।

Sharan Mein Aye Hain Ham Tumhari,
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।
Samhalo Bigadi Dasha Hamari,
Daya Karo Hey Dayalu Bhagawan।

Sharan Mein Aaye Hain Hum Tumhari Lyrics

इस भजन के बोल में दया और ईश्वर की शरण में जाने के लिए किए गए संदेशों को समझाया गया है। भक्त ईश्वर से दया की बिनती करता है और उसे शरण में लेने की प्रार्थना करता है।

भजन का सार

इस भजन के माध्यम से स्वामी जी महाराज भक्ति की महिमा को समझाते हैं। भजन में वे बताते हैं कि किसी भी मनुष्य का सच्चा उद्देश्य ईश्वर के शरण में जाना चाहिए।

भजन का महत्व

इस भजन का महत्व इस सत्य को समझाने में है कि ईश्वर के चरणों में शरण लेने से ही भक्त को मुक्ति मिलती है। भजन में यह भी बताया गया है कि भक्त को ईश्वर की अनुपम कृपा का अनुभव होता है।

भजन की शिक्षा

“शरण में आए हैं हम तुम्हारी” भजन हमें यह सिखाता है कि ईश्वर की शरण में जाने से हमें अपनी आत्मा की शुद्धि और परमात्मा के के चरणों में स्थान प्राप्त होता है। इस भजन के माध्यम से हमें यह समझाया गया है कि ईश्वर की कृपा और दया हमारे जीवन को सुख-शांति से भर देती है।

भजन सुनने के लाभ

चरण कमल की धूल लेकर,
हम बने दास तेरे प्यारे।

इस भजन को सुनने से न केवल हमारी भक्ति में वृद्धि होती है, बल्कि हमें ईश्वर के प्रति नम्रता और समर्पण की भावना भी जागृत होती है। भजन सुनने से हमें मन की शांति मिलती है और जीवन के कठिनाइयों से निपटने की शक्ति प्राप्त होती है।

भजन की प्राचीनता

भारतीय संस्कृति में भजनों की परंपरा लम्बे समय से चली आ रही है। शास्त्रों में भी भजनों के महत्व को बताया गया है। “शरण में आए हैं हम तुम्हारी” भजन भी इसी परंपरा का हिस्सा है।

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