राम लखन से पूछे हनुमाना लिरिक्स | Ram Lakhan Se Puche Hanumana Lyrics

पवन पुत्र हनुमान जी का अति पावन भजन “राम लखन से पूछे हनुमाना लिरिक्स | Ram Lakhan Se Puche Hanumana Lyrics” – सुमन शर्मा जी के द्वारा गाया गया है। इस भजन में श्रीराम के सबसे बड़े भक्त हनुमान जी की राम भक्ति बताया गया है।


Ram Lakhan Se Puche Hanumana Lyrics

कहां से आए और कहां तुम्हें जाना
राम लखन से पूछे हनुमाना
श्यामल सुंदर गौर शरीरा
क्यों फिरते हो वन में दोनों वीरा
कांधे पर धनुष और हाथों में माला
राम लखन से पूछे हनुमाना
कहां से आए और….

त्रिदेव से सुंदर दोनों तुम हो
नर और नारायण दोनों तुम हो
क्यों सहते हो बन में दुख नाना
राम लखन से पूछे हनुमाना
कहां से आए और…

हम तो बाबा अवध के वासी
खोजा तो नार्वे बनवासी
अपना भेद बताओ बलवाना
राम लखन से पूछे हनुमाना
कहां से आए और…

सुन हनुमंत चरण लिपटाए
तन पुलकित मन वचन उचारे
अब ना विसारो मुझे श्री भगवाना
राम लखन से पूछे हनुमाना
कहां से आए और…

Ram Lakhan Se Puche Hanumana Lyrics

हमें उम्मीद है की श्री राम के भक्त हनुमान जी ये भजन का यह आर्टिकल “राम लखन से पूछे हनुमाना लिरिक्स | Ram Lakhan Se Puche Hanumana Lyrics” + Video + Audio बहुत पसंद आया होगा। “राम लखन से पूछे हनुमाना लिरिक्स | Ram Lakhan Se Puche Hanumana Lyrics” भजन के बारे में आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये।

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