Jo Maa Ka Sevadar Nahi Lyrics
जो माँ का सेवादार नहीं
उस बंदे का भी क्या जीना
जो माँ का सेवादार नहीं
उस बंदे का भी क्या जीना
नौ मास गर्भ में पाल दिया
हर दुखड़ा तन पै सहन किया
उस जननी से जिसे प्यार नहीं
उस बंदे का भी क्या जीना
जो माँ का सेवादार नहीं
उस बंदे का भी क्या जीना
क्या फिरणा है यहाँ दर दर का
एक माँ ही रूप है ईश्वर का
जो झुकता है इस द्वार नहीं
उस बंदे का भी क्या जीना
जो माँ का सेवादार नहीं
उस बंदे का भी क्या जीना
माँ रूठ गई रब रूठ गया
दिल समझो प्रभु का टूट गया
माँ सेवा बिन कोई पार नहीं
उस बंदे का भी क्या जीना
जो माँ का सेवादार नहीं
उस बंदे का भी क्या जीना
सच कड़वा कमल सिंह होता है
नश्तर से बड़े चुभोता है
करे जीवन जो न्योछावर नहीं
उस बंदे का भी क्या जीना
जो माँ का सेवादार नहीं
उस बंदे का भी क्या जीना