Bawa Lal Ji Bhardo Jholiya Khali
बावा लाल जी भरदो झोलीया खाली
कापेया दी हद मूक जावे जदो वंडे दुनिया दा वाली
बावा लाल जी भरदो झोलीया खाली
निगहा तू सवाली वाला हथ रखी सब ते
सारिया नु देवी मीठे मेवे लाल जग ते
तेरे दरों दात मिलदी जेहड़ी मिले न जहां विच आली
बावा लाल जी भरदो झोलीया खाली
चरना नाल ला ले होके आये हां निमानिया नु
बक्शी गुन्हा सब नावेया पुरनिया नु
सब सो आस मूक गई
तेरे बाद न किते रख वाली
बावा लाल जी भरदो झोलीया खाली
करेया ध्यान तेरे दर वल दतेया
उड़ फ़ूड जावे किते वस् चले दातिया
लभे मनवीर बिट्टू तेरे रंग दी मथे ते लाली
बावा लाल जी भरदो झोलीया खाली