Mayi Singha Bhayi Aswar Lyric
नवरात्री के नौ दीना भीड़ लगी है अपार
अरे आ गई मोरी जग जननी होके सिंघा सवार
ये माई सिंघा भई असवार भवानी मोरी जगदम्बिका
माई सिंघा भई असवार भवानी मोरी जगदम्बिका
माई जगदम्बिका मोरी जगदम्बिका मैया जगदम्बिका
माई सिंघा भई असवार भवानी मोरी जगदम्बिका
ये मैया कौन उतारे तोरी आरती हो माँ
अरे कौना सम्भारे तोरो भार भवानी माई जगदम्बिका
माई सिंघा भई असवार भवानी माई जगदम्बिका
अरे भैरो उतारे तोरी आरती हो माँ मैया
अरे लंगूर सम्भारे तोरो भार भवानी मोरी जगदम्बिका
माई सिंघा भई असवार भवानी माई जगदम्बिका
मैया जब जब दुःख पड़े भक्तो पे हो माँ
तुरत ही धरे अवतार भवानी माई जगदम्बिका
माई सिंघा भई असवार भवानी मोरी जगदम्बिका
माई जगदम्बिका मोरी जगदम्बिका मैया जगदम्बिका
माई सिंघा भई असवार भवानी मोरी जगदम्बिका
माई सिंघा भई असवार भवानी मोरी जगदम्बिका