कृष्ण भगवान का यह अद्बुध भजन “झूला राधे को कान्हाँ झुलाएं लिरिक्स | Jhula Radhe Ko Kanha Jhulaye Lyrics” चेतना शुक्ला जी के द्वारा गाया हुआ है। भजन के लिरिक्स हिंदी और इंग्लिश में वीडियो के साथ दिए हुए है।
Jhula Radhe Ko Kanha Jhulaye Lyrics
डोर कदम्ब की डार बंधवा के,
झूला राधे को कान्हाँ झुलाएं ।
डोर कदम्ब की डार बंधवा के,
झूला राधे को कान्हाँ झुलाएं ।।
नाँचे मन मयूरा, गाये पपीहरा,
नाँचे मन मयूरा, गाये पपीहरा ।
घटा कारी, घिर घिर आए,
झूला राधे को कान्हाँ झुलाएं ।।
आया बैरी सावन, हुआ बावरा मन,
आया बैरी सावन, हुआ बावरा मन ।
नन्ही बुँदे घन बरसायें,
झूला राधे को कान्हाँ झुलाएं ।।
झूमे धरती गगन, होक मगन,
झूमे धरती गगन, होक मगन ।
धुन मुरली की जादू जगाये,
झूला राधे को कान्हाँ झुलाएं ।।
ब्रिज हर्षाये रे, सखियाँ मुस्काये रे,
ब्रिज हर्षाये रे, सखियाँ मुस्काये रे
निधिवन में आनंद छाएं,
झूला राधे को कान्हाँ झुलाएं ।।
डोर कदम्ब की डार बंधवा के,
झूला राधे को कान्हाँ झुलाएं ।
डोर कदम्ब की डार बंधवा के,
झूला राधे को कान्हाँ झुलाएं ।।
हमें उम्मीद है की श्री कृष्ण के भक्तो को यह आर्टिकल “झूला राधे को कान्हाँ झुलाएं लिरिक्स | Jhula Radhe Ko Kanha Jhulaye Lyrics” + Video +Audio बहुत पसंद आया होगा। “ Jhula Radhe Ko Kanha Jhulaye Lyrics ” भजन के आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये।
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