Jab Lanka Mein Pahuche Hanuman Lyrics
जब लंका में पहुंचे हनुमान
लेके प्रभु राम जी का नाम
मच गई खलबली सारी
लंका जली ना किसी की चली
बनी सोने की लंका शमसान
बनी सोने की लंका शमसान
जब लंका में पहुंचे हनुमान
लेके प्रभु राम जी का नाम
बीच सभा में रावण को
जब ललकारे है वीर महावीर
राम और सीता की मूर्त तब
दिखलाते है सीने को चीर
तब लंकेश ने आ के आवेश
पूँछ इसकी जला दिया आदेश में
निकला कितना बड़ा वो नादान
जब लंका में पहुंचे हनुमान
लेके प्रभु राम जी का नाम
जब लंका में पहुंचे हनुमान
बाला ने उस जली पूंछ से
सोने की लंका को राख किया सब
राम नाम का झंडा उस
सोने की लंका में गाढ़ दिया तब
रोके से ना रुके माँ अंजनी के लाल
लंका ऐसे जली जैसे कोई मशाल
बल अपना दिखाए बलवान
जब लंका में पहुंचे हनुमान
लेके प्रभु राम जी का नाम
जिसको छोटा वानर समझा
उसके रूप को जब देखा तो
मारे दर के थरथर कांपे
लंकापति की भारी सेना वो
लेके राम का नाम
बिना किये संग्राम
सोने की लंका का किया
काम तमाम
जय हो शर्मा का वीर भगवान्
जय हो शर्मा का वीर भगवान्
जब लंका में पहुंचे हनुमान
लेके प्रभु राम जी का नाम