है धन्य तेरी माया जग में ओ दुनिया के रखवाले भजन लिरिक्स | Hai Dhanya Teri Maya Jag Me Bhajan Lyrics

भगवान शिव का भजन “है धन्य तेरी माया जग में ओ दुनिया के रखवाले भजन लिरिक्स | Hai Dhanya Teri Maya Jag Me Bhajan Lyrics” लखबीर सिंह लक्खा जी के द्वारा गाया हुआ है। भजन के लिरिक्स हिंदी और इंग्लिश में वीडियो के साथ दिए हुए है।


Hai Dhanya Teri Maya Jag Me Bhajan Lyrics

है धन्य तेरी माया जग में,
ओ दुनिया के रखवाले,
शिव शंकर डमरू वाले,
शिव शंकर भोले भाले ।।

जो ध्यान तेरा धर ले मन में,
वो जग से मुक्ति पाए,
भव सागर से उसकी नैया,
तू पल में पार लगाए
संकट में भक्तो में पड़ कर तू,
भोले आप संभाले,
शिव शंकर डमरू वाले।।

है कोई नहीं इस दुनिया में,
तेरे जैसा वरदानी,
नित सुमरिन करते नाम तेरा,
सब संत ऋषि और ज्ञानी,
ना जाने किस पर खुश होकर,
तू क्या से क्या दे डाले,
शिव शंकर डमरू वाले।।

त्रिलोक के स्वामी हो कर भी,
क्या औघड़ रूप बनाए,
कर में डमरू त्रिशूल लिए,
और नाग गले लिपटाये,
तुम त्याग के अमृत पीते हो,
नित प्रेम से विष के प्याले,
शिव शंकर डमरू वाले।।

तप खंडित करने काम देव,
जब इन्द्र लोक से आया,
और साध के अपना काम बाण,
तुझ पर वो मूरख चलाया,
तब खोल तीसरा नैन भसम,
उसको पल में कर डाले,
शिव शंकर डमरू वाले।।

जब चली कालिका क्रोधित हो,
खप्पर और खडग उठाए,
तब हाहाकार मचा जग में,
सब सुर और नर घबराए,
तुम बीच डगर में सो कर शक्ति,
देवी की हर डाले,
शिव शंकर डमरू वाले।।

अब दृष्टि दया की भक्तो पर,
हे डमरू धर कर देना,
‘शर्मा’ और ‘लख्खा’ की झोली,
भोले शंकर भर देना,
अपना ही सेवक जान हमे भी,
चरणों में अपना ले,
शिव शंकर डमरू वाले।।

नमामि शंकर, नमामि हर हर,
नमामि देवा महेश्वरा,
नमामि पारब्रह्म परमेश्वर,
नमामि भोले दिगम्बर।।

है धन्य तेरी माया जग में,
ओ दुनिया के रखवाले,
शिव शंकर डमरू वाले,
शिव शंकर भोले भाले ।।

Hai Dhanya Teri Maya Jag Me Bhajan Lyrics

हमें उम्मीद है की भगवान शिव के भक्तो को यह आर्टिकल “है धन्य तेरी माया जग में ओ दुनिया के रखवाले भजन लिरिक्स | Hai Dhanya Teri Maya Jag Me Bhajan Lyrics” + Video +Audio बहुत पसंद आया होगा। “Hai Dhanya Teri Maya Jag Me Bhajan Lyrics” भजन के आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये।

सभी प्रकार के भजनो के lyrics + Video + Audio + PDF के लिए AllBhajanLyrics.com पर visit करे।

Leave a Comment

आरती : जय अम्बे गौरी