Yaha Banta Nasiba Sabhi Ka Lyrics


Yaha Banta Nasiba Sabhi Ka Lyrics

यहाँ बनता नसीबा सभी का
जो भी आया यहाँ वो ही होके रहा बस यहीं का

सारे जग से निराला ये दर है
ऐसी चौखट है ये जहाँ भरता है दामन सभी का
यहाँ बनता नसीबा सभी का

कैसी महिमा है कैसा है जादू
जो भी इसका हुआ ये भी होके रहा बस उसी का
यहाँ बनता नसीबा सभी का

यहाँ रोते हुए जो भी आते
वो ही ले जाते हैं एक खज़ाना यहाँ से ख़ुशी का
यहाँ बनता नसीबा सभी का

मैंने जीवन में जो कुछ भी पाया
वो ही इसका दिया ये ही कहना है इसके रवि का
यहाँ बनता नसीबा सभी का

Yaha Banta Nasiba Sabhi Ka Lyrics

Leave a Comment

आरती : जय अम्बे गौरी