श्री रामचंद्र भगवान की है आरती लिरिक्स | Shri Ramchandra Bhagwan Ki Hai Aarti Lyrics

श्री रामचंद्र जी की आरती “श्री रामचंद्र भगवान की है आरती लिरिक्स | Shri Ramchandra Bhagwan Ki Hai Aarti Lyrics” ज्ञानू शुक्ल जी के द्वारा गायी हुई है। आरती के लिरिक्स हिंदी और इंग्लिश में वीडियो के साथ दिए हुए है।


Shri Ramchandra Bhagwan Ki Hai Aarti Lyrics

श्री रामचंद्र भगवान की है आरती,
भक्तों को भव सिंधु से है तारती,

यह पुरुष श्रेष्ठ यह शक्ति श्रेष्ठ
पुरुषोत्तम यह कहलाता
है जिनकी को शिला माता
श्री कृष्ण यही श्री राम यही
जग मंगल की आरती
भक्तों को भव सिंधु से है तारती

है चार भ्रात और सिय मात
दरबार राम कहलाता
है जीवन का सुख दाता
है ब्रह्म यही है विष्णु यही
दशरथ नंदन की आरती
भक्तों को भव सिधु से है तारती

श्री भरतलाल श्री लखन लाल
करते सेवा तन मन से
भजते हनुमत निज मन से
यह दुख हरता सुख दाता
श्री राघवेंद्र की आरती
भक्तों को भव सिधु से है तारती


हमें उम्मीद है की श्री राम के भक्तो को यह आर्टिकल “श्री रामचंद्र भगवान की है आरती लिरिक्स | Shri Ramchandra Bhagwan Ki Hai Aarti Lyrics” + Video +Audio बहुत पसंद आया होगा। Shri Ramchandra Bhagwan Ki Hai Aarti Lyrics के बारे में आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये। आप अपनी फरमाइश भी हमे कमेंट करके बता सकते है। हम वो भजन, आरती आदि जल्द से जल्द लाने को कोशिश करेंगे।

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