अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी लिरिक्स | Akhiya Hari Darshan Ki Pyasi Lyrics

यह अद्बुध हरी भजन “अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी लिरिक्स | Akhiya Hari Darshan Ki Pyasi Lyrics” मोहम्मद रफ़ी जी का गाया हुआ है। इस भजन में हरी भक्त भगवन विष्णु के एक बार दर्शन की अभिलाषा व्यक्त कर रहे है।


अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी लिरिक्स

अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी ।

देखियो चाहत कमल नैन को,
निसदिन रहेत उदासी ।

आये उधो फिरी गए आँगन,
दारी गए गर फँसी ।

केसर तिलक मोतीयन की माला,
ब्रिन्दावन को वासी ।

काहू के मन की कोवु न जाने,
लोगन के मन हासी ।

सूरदास प्रभु तुम्हारे दरस बिन,
लेहो करवट कासी ।


Akhiya Hari Darshan Ki Pyasi Lyrics

Akhiya Hari Darshan Ki Pyasi ।

Dekhiyo Chahat Kamal Nain Ko,
Nisdin Rahet Udasi ।

Aaye Adho Firi Gaye Aangan,
Dari Gaye Gar Fansi ।

Kesar Tilak Motiyan Ki Mala,
Vrindavan Ko Wasi ।

Kahu Ke Man Ki Kovu Na Jane,
Logan Ke Man Hasi ।

Surdaas Prabhu Tumhare Daras Bin,
Lohe Karvat Kaasi ।

Akhiya Hari Darshan Ki Pyasi Lyrics

हमें उम्मीद है की भगवान विष्णु के भक्तो को यह आर्टिकल “अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी लिरिक्स | Akhiya Hari Darshan Ki Pyasi Lyrics” + Video + Audio बहुत पसंद आया होगा। “ Akhiya Hari Darshan Ki Pyasi Lyrics ” भजन के बारे में आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये। आप अपनी फरमाइश भी हमे कमेंट करके बता सकते है। हम वो भजन, आरती आदि जल्द से जल्द लाने को कोशिश करेंगे।

सभी प्रकार के भजनो के lyrics + Video + Audio + PDF के लिए AllBhajanLyrics.com पर visit करे।

Leave a Comment

आरती : जय अम्बे गौरी