शंख पूजन मन्त्र – Shankh Poojan Mantra
त्वंपुरा सागरोत्पन्न विष्णुनाविघृतःकरे ।
देवैश्चपूजितः सर्वथौपाच्चजन्यमनोस्तुते ॥
सरल भाव:
त्वं पुरा सागरोत्पन्न विष्णुना विधृत: करे ।
देवैश्चपूजितः सर्वथौ पाञ्चजन्य नमोऽस्तु ते ॥
Shankh Pujan Mantra
ऐसे करें मंत्र-जाप
- सबसे पहले जल्दी उठे अर्थार्थ ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद दक्षिणावर्ती शंख की पूजा करे।
- मंत्र का जाप सप्ताह में कभी भी किया जा सकता है परन्तु शुक्रवार को अत्यधिक।
रखने के फायदे
- इससे आर्थिक लाभ होता है और अन्न की कमी।
- इससे मन को शांति मिलती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- शंख के जल को छिड़कने से पवित्रता बानी रहती है।