कृष्ण भगवान का यह अद्बुध भजन “सखी छुप के रहना फागुण में लिरिक्स | Sakhi Chup Ke Rahna Fagun Me Lyrics” अंजलि जैन जी के द्वारा गाया हुआ है। भजन के लिरिक्स हिंदी और इंग्लिश में वीडियो के साथ दिए हुए है।
Sakhi Chup Ke Rahna Fagun Me Lyrics
सखी छुप के रहना फागुण में,
एक जादूगर है गोकुल में।।
उसके हाथों में पिचकारी,
जो सारे जगत से है न्यारी,
रंग दे तन मन जो इक पल में,
एक जादूगर है गोकुल में,
सखी छुप के रहना फागुण मे,
एक जादूगर है गोकुल में।।
उसका रंग दुनिया में सबसे चटक,
रंगता है मुस्काके नटखट,
वो माहिर है अपने छल में,
एक जादूगर है गोकुल में,
सखी छुप के रहना फागुण मे,
एक जादूगर है गोकुल में।।
जो उसके रंग में रंग जाए,
कुछ और उसे ना नजर आए,
फांसे वो प्रेम के दलदल में,
एक जादूगर है गोकुल में,
सखी छुप के रहना फागुण मे,
एक जादूगर है गोकुल में।।
जो उसके हाथों में आ जाए,
सुधबुध अपनी बिसरा जाए,
रंग जाए सलोने सांवल में,
एक जादूगर है गोकुल में,
सखी छुप के रहना फागुण मे,
एक जादूगर है गोकुल में।।
उसके संग ग्वालों की टोली है,
जो शोर मचाए होली है,
यमुना के किनारे जंगल में,
एक जादूगर है गोकुल में,
सखी छुप के रहना फागुण मे,
एक जादूगर है गोकुल में।।
सखी छुप के रहना फागुण में,
एक जादूगर है गोकुल में।।
हमें उम्मीद है की श्री कृष्ण के भक्तो को यह आर्टिकल “सखी छुप के रहना फागुण में लिरिक्स | Sakhi Chup Ke Rahna Fagun Me Lyrics” + Video +Audio बहुत पसंद आया होगा। “सखी छुप के रहना फागुण में लिरिक्स | Sakhi Chup Ke Rahna Fagun Me Lyrics” भजन के आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये।
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