धन की देवी माँ लक्ष्मी का भजन “लक्ष्मी का वास हो जिस घर में लिरिक्स | Lakshmi Ka Vaas Ho Jis Ghar Mein Lyrics”अंजलि जैन जी का गाया हुआ है।
Lakshmi Ka Vaas Ho Jis Ghar Mein Lyrics
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में उस घर में रोज दिवाली है ॥
तुमसे ही इज्जत मान मिले हर आशाओं का फुल खिले ।
झोली फैलाए जग सारा माता के सभी सवाली है ॥
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में उस घर में रोज दिवाली है ॥
खुशियाँ तुझसे तुम बिन गम है किरपा बिन ये आँखे नम है ।
है चाँद सा मुखड़ा माँ तेरा जिसपे सूरज की लाली है ॥
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में उस घर में रोज दिवाली है ॥
तेरे चरण जहाँ जाते माता खुशियों से दामन भर जाता ।
जिस जगह पे वास ना तेरा हो सब लगता खाली खाली है ॥
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में उस घर में रोज दिवाली है ॥
महिमा तेरी माँ न्यारी है शिवपुरी चरणों का पुजारी है ।
जाते है दिन संवर उनके जिनपे नज़रे माँ डाली है ॥
लक्ष्मी का वास हो जिस घर में उस घर में रोज दिवाली है ॥
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