Guru Ji Awan Ge Fera Pawan Ge – गुरु जी आवनगे ओ फेरा पावन गे


Guru Ji Awan Ge Fera Pawan Ge
गुरु जी आवनगे ओ फेरा पावन गे

गुरु जी आवनगे ओ फेरा पावन गे,
संगत जी नजर टिकावन गे दर्श दिखावन गे।

गुरु जी आवन गे…..

मन बैरागी गुरु दर्शन को हर पल ओहनू निहारे,
काज सावरण गे सब न तारण गे,
संगत जी नजर टिकावन गे दर्श दिखावन गे।

गुरु जी आवन गे……

लाइया उडीका प्रीतम मेरे दिल नि लगदा हूँ बिन तेरे,
ओ मेरे मालिक ने ओ सब दे चालक ने,
संगत जी नजर टिकावन गे दर्श दिखावन गे।

गुरु जी आवन गे…..

मन बैरागी गुर दर्शन नु हर पल ओहनू निहारे,
ओ काज स्वारण गे ओ सब नु तारण गे,
संगत जी नजर टिकावन गे दर्श दिखावन गे।

गुरु जी आवन गे…..

रास्ता तका तेरा गुरु जी करदो किरपा मेरे गुरु जी,
भाग जगावण गे आन पधारण गे,
संगत जी नजर टिकावन गे दर्श दिखावन गे।

गुरु जी आवन गे…..

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