गजानन आया तेरे द्वार लिरिक्स | Gajanan Aaya Tere Dwar Lyrics

भगवान गणेश “गजानन आया तेरे द्वार लिरिक्स | Gajanan Aaya Tere Dwar Lyrics” अविनाश कर्ण जी के द्वारा गाया हुआ है। इस भजन में गणेश जी का अपने कारज में आमंत्रित किया जा रहा और उन्हें प्रसन्न किया जा रहा है।


Gajanan Aaya Tere Dwar Lyrics

हे जगवंदन गौरी नंदन,
कर दो भव से पार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।।

रिद्धि सिद्धि के,
तुम हो स्वामी,
हे गणनायक अंतर्यामी,
गौरी माँ के राज दुलारे,
भक्तो को दो प्यार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।

हें जगवँदन गौरी नंदन,
कर दो भव से पार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।।

बुद्धि विवेक के,
तुम हो दाता,
भक्तो के तुम भाग्यविधाता,
भाव भजन से गाउँ तोहे,
मेरा करो उद्धार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।

हें जगवँदन गौरी नंदन,
कर दो भव से पार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।।

हे जगवंदन गौरी नंदन,
कर दो भव से पार,
गजानन आया तेरे द्वार,
गजानन आया तेरे द्वार।।


हमें उम्मीद है की गणेश जी के भक्तो को यह आर्टिकल “गजानन आया तेरे द्वार लिरिक्स | Gajanan Aaya Tere Dwar Lyrics” + Video +Audio बहुत पसंद आया होगा। “Gajanan Aaya Tere Dwar Lyrics” के बारे में आपके क्या विचार है वो हमे कमेंट करके अवश्य बताये।

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