पवन पुत्र हनुमान जी का अति पावन भजन “अंजनी घर अवतार लियो हनुमानजी भजन लिरिक्स | Anjani Ghar Avtar Liyo Bhajan Lyrics” – सुन्दरकाण्ड भक्त मंडल के द्वारा गाया गया है। इस भजन में श्रीराम के सबसे बड़े भक्त हनुमान जी की राम भक्ति बताया गया है।
Anjani Ghar Avtar Liyo Bhajan Lyrics
लक्ष्मण के प्राण बचाए गयो,
लंका में आग लगाये गयो,
श्री राम को भक्त कहायो,
हर युग में तू ही आयो,
भक्ता रा कारण,
अंजनी घर अवतार लियो,
भक्ता रा कारण,
अंजनी घर अवतार लियों।।
माँ अंजनी ने पुण्य कमायो,
थाने पुत्र रूप में जायो,
तू पवनपुत्र है कहायो,
महादेव को अंश कहायो,
तू चैत सुदी ने जाए गयो,
थारो सब यश जग में गाये गयो,
म्हारा सालार बालाजी,
म्हारा मेंहदीपुर बालाजी,
तूने तेल सिंदूरी,
केसरिया सिंगार कियो,
भक्ता रा कारण,
अंजनी घर अवतार लियों।।
बाबा बालपने में तूने,
भानू ने मुख में समायो,
प्रभु राम नाम का डंका,
लंका में तूने बजायो,
सौ योजन सागर लांघ गयो,
माँ सीता रो पतो लगाए दियो,
थारे राम जी लाड लडावे,
माँ जानकी लाड लडावे,
थारे ही कारण,
रावण रो संहार हुओ,
भक्ता रा कारण,
अंजनी घर अवतार लियों।।
बाबा हर घर तेरो मंदिर,
तेरी गाँव गाँव में पूजा,
इस आंँजनेय मंडल को,
एक तू ही नहीं कोई दूजा,
मेरे संकट तू ही कटाय गयो,
मेरे बिगड़े काम बनाए गयो,
बाबा हर पल तू ही आजे,
म्हारी विनती सुनतो जाजे,
मैंने हर दिन हर पल,
तेरो ही गुणगान कियो,
भक्ता रा कारण,
अंजनी घर अवतार लियों।।
लक्ष्मण के प्राण बचाए गयो,
लंका में आग लगाये गयो,
श्री राम को भक्त कहायो,
हर युग में तू ही आयो,
भक्ता रा कारण,
अंजनी घर अवतार लियो,
भक्ता रा कारण,
अंजनी घर अवतार लियों।।